बादहि बादल बजहि बधावा,
पिया भवनन मोदु प्रमोदु मन सावन घन घमंडु भरि छावा ||
मंगल धुनि पूरत अगासा परत रे पनवा माहि घावा |
हेरी माई देउ सगुनिया परिअ दुअरि दुलहिन के पाँवा ||
कंठि हारु कर करिअ निछावरि बलिहारत सिरु बारि फिरावा |
सकल ननदिया आरती करहि पावै सोइ जोइ मनभावा ||
लोक रीति करि पाएँ पखारै गोतिनि कंगन द्युत खिलावा |
गह करतल पिय बारहिबारा ,जय पावत मुख बिहँस सुहावा ||
छुटत कंगन खोरत कर गाँठि हारत गए पिय खोरि न पावा |
गावैं जहँ तहँ लोग लुगाई निरख नयन भर पियहि बिहावा ||
पिया भवनन मोदु प्रमोदु मन सावन घन घमंडु भरि छावा ||
मंगल धुनि पूरत अगासा परत रे पनवा माहि घावा |
हेरी माई देउ सगुनिया परिअ दुअरि दुलहिन के पाँवा ||
कंठि हारु कर करिअ निछावरि बलिहारत सिरु बारि फिरावा |
सकल ननदिया आरती करहि पावै सोइ जोइ मनभावा ||
लोक रीति करि पाएँ पखारै गोतिनि कंगन द्युत खिलावा |
गह करतल पिय बारहिबारा ,जय पावत मुख बिहँस सुहावा ||
छुटत कंगन खोरत कर गाँठि हारत गए पिय खोरि न पावा |
गावैं जहँ तहँ लोग लुगाई निरख नयन भर पियहि बिहावा ||